दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों में अब स्थिति सामान्य होने लगी है। इस हिंसा में मृतकों की संख्या बढ़कर 39 पहुंच गई है। दिलशाद गार्डन स्थित जीटीबी अस्पताल में 200 से ज्यादा घायलों का इलाज चल रहा है।
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर उत्तर पूर्वीृ दिल्ली में रविवार से भड़के सांप्रदायिक संघर्ष का अंजाम इतना बुरा हुआ कि अब सड़कों पर चारों तरफ ईंट-पत्थर बिखरे हुए दिखाई दे रहे हैं। मकान, दुकानें जला दिए गए, लूटपाट की घटनाओं को अंजाम दिया गया। गुरुवार को जौहरी एंक्लेव के एक नाले में एक व्यक्ति का शव मिला।
'दिल्ली हिंसा प्रभावित इलाकों में 7000 अर्द्धसैनिक बलों के जवान तैनात:
इन मामलों में गिरफ्तार किए गए लोगों की सही-सही संख्या तो पता नहीं चली है, लेकिन सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि हिंसा के सिलसिले में 48 एफआईआर दर्ज की गई हैं। दिल्ली पुलिस ने दंगों की जांच अपराध शाखा को ट्रांसफर कर दी है और दो स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीमें (SIT) बनाई गई हैं।
दिल्ली हिंसा की दो सौ CCTV फुटेज से हुई 250 दंगाइयों की पहचान:
-दिल्ली में हिंसा के दौरान मरने वालों की संख्या 39 हुई : स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी
-राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने दो अन्य सदस्यों के साथ जाफराबाद का दौरा कर स्थानीय महिलाओं से बात की। रेखा शर्मा ने कहा कि यहां मामूली तनाव है, लेकिन माहौल पूरी तरह शांत है। मैं कल यहां दोबारा आऊंगी।